बचपन के दिन काश! फिर लौट आएँ बच्चे बन फिर शौर मचाएँ माँ पापा की डाँट -आशीर्वाद पाएँ। बचपन के दिन काश! फिर लौट आएँ बच्चे बन फिर शौर मचाएँ माँ पापा की डाँट -आ...
कितने प्यारे थे वो दिन काश!लौटा लाए कोई वो बचपन सुहाना। कितने प्यारे थे वो दिन काश!लौटा लाए कोई वो बचपन सुहाना।
याद आते हैं अब भी याद आते हैं अब भी
बचपन के दिन थे कितने सुहाने , चलो फिर चले उन दिनों को वापस लाने ! बचपन के दिन थे कितने सुहाने , चलो फिर चले उन दिनों को वापस लाने !
बहुत याद आते हैं मुझको वो पल जब खेला करते थे हम जी भर। बहुत याद आते हैं मुझको वो पल जब खेला करते थे हम जी भर।